लेखनी प्रतियोगिता - पुरानी तस्वीरें
पुरानी तस्वीरें
तस्वीर, कितनी ही पुरानी हो,
कुछ नया अहसास दिला ही जाती है,
परिवारों के टूटते संबंधों को,
झूठे ही सही, फिर जोड़ जाती है,
जो छोड़ गए साथ हमारा,
उनको फिर जीवंत कर जाती है,
बीती हुई बातें मुलाकातें सारी,
आंखों के आगे फिर छा जाती हैं,
हंसते मुस्कुराते चहरों की तस्वीर,
मन को अनायास ही छू जाती हैं,
कितना भी संभाल ले खुद को,
पुरानी तस्वीरें, आंखें भीगो ही जाती हैं।।
प्रियंका वर्मा
14/3/23
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
15-Mar-2023 08:12 AM
बहुत ही सुंदर सृजन
Reply
Priyanka Verma
15-Mar-2023 06:07 AM
Thank you so much 🙏💐💐🙏
Reply
Reena yadav
15-Mar-2023 12:15 AM
👍👍
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